Skip to main content

Posts

Adhoora

मुकर्रर मैं भी नहीं, अधूरा तु भी है मेरे बिना। मिडनाइट शायरी 

Ghar

आज मुझे फिर उसके घर जाना है, और फिर उसने अपना मुँह बनाना हैं|  मिडनाइट शायरी 

Pareshaan

वह परेशां हैं मेरा हाल जानने के लिए , हम परेशां हैं उनका हाल जानने के बाद |  मिडनाइट शायरी 

पछतावा

 वो ज़ाहिर नहीं करता अपने चेहरे से पछतावा, मिलता है जब भी मुझसे, हँसकर मिलता है। ✍️ मिडनाइट शायरी

सवाल

वक्त बेवक्त वह हाल पुछता है, तुम कैसे हो यह सवाल पूछता है |  मिडनाइट शायरी

Jagah

अभी आँखों में सपने भरे है, अभी आँसुओ को जगह नहीं है। माना कि ख़ला है इस दिल में, लेकिन तुम्हारे लिए जगह नहीं है। मिडनाइट शायरी

Imandaar

ईमानदार तो हम कल भी थे, फ़र्क महज़ इतना है कि आज मंज़िल बदल गई हैं। ✍️ मिडनाइट शायरी