Skip to main content

Waada

Midnight Shayari

मैंने अपना वादा पूरा किया ऐ सनम,
अब इश्क़ निभाने की बारी तुम्हारी हैं।

✍ साबिर ❤

Comments

Popular posts from this blog

पछतावा

 वो ज़ाहिर नहीं करता अपने चेहरे से पछतावा, मिलता है जब भी मुझसे, हँसकर मिलता है। ✍️ मिडनाइट शायरी

Masakkali

मेरी पहली मोहब्ब्त तो नहीं थीं तुम, लेकिन हाँ दिल का एक कोना तुम्हारे नाम भी था मसक्कली । ✍ साबिर 🌹

Happy Independence Day

ना सबब पूछो हमारी वतन परस्ती का, ये तिरंगा मेरी रूह से लिपटा है। 🇮🇳 हिंदुस्तान ज़िंदाबाद 🇮🇳 ✍️ साबिर